Posts

Showing posts from October, 2010

सेक्टर-72 के बीच बनाए जा रहे एक्सप्रेस-वे को हरी झंडी

ग्रेटर नोएडा से नोएडा के सेक्टर -72 के बीच बनाए जा रहे 28 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस - वे के हिस्से का निर्माण करने के लिए टेंडर हो गया है। मालूम हो कि ग्रेटर नोएडा के कासना से कुछ आगे सिरसा के पास से नोएडा के सेक्टर -72 तक 130 मीटर एक्सप्रेस - वे बनाया जा रहा है। एक्सप्रेस - वे तैयार हो जाने के बाद ग्रेटर नोएडा से नोएडा , दिल्ली , गाजियाबाद के मोहननगर , इंद्रापुरम से आने जाने वाले लोगों को एक नया रास्ता मिल जाएगा। नोएडा पहुंचने के लिए पर्थला खंजरपुर के निकट हिंडन पर पुल बनाया गया है। करीब साढ़े 3 किलोमीटर लंबे रूट पर खोदना खुर्द गांव के पास काफी समय से रुकावट आ रही थी। इसके अलावा तिलपता गांव के पास साइट - सी इंडस्ट्रियल एरिया में अंसल ग्रुप हाउसिंग के पास दिक्कत आ रही थी। लेकिन अथॉरिटी ने यूपीएसआईडीसी व किसानों के साथ समझौता कर सभी परेशानियों को दूर कर लिया है। अफसरों के अनुसार अभी किसानों की जमीन पर फसल खड़ी है। अगले सप्ताह तक फसल कट जाएगी। चुनाव के बाद यहां काम शुरू कर दिया जाएगा। अथॉरिटी अफसरों ने बतया कि इस एक्सप्रेस - वे की कुल लंबाई 28 किलोमीटर है। करीब 23 किलोमीटर तक का एक्सप्

एफएनजी निर्माण की बाधाएं हुई आसान

नोएडा, संवाददाता : फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (एफएनजी) एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य दोबारा शीघ्र शुरू होगा। प्राधिकरण ने ग्रामीणों के साथ विचार-विमर्श कर दो देव स्थान का मामला सुलझा लिया है, जबकि एक मामले में मौखिक सहमति बन चुकी है। चुनाव आचार संहिता खत्म होने के बाद प्राधिकरण अधिकारी किसानों से समझौता करेंगे। मंगरौली-छपरौली के किसानों के साथ बैठक की जाएगी। गांव के प्रधानों से वार्ता हो चुकी है। भू लेख विभाग के अधिकारी विवाद का समाधान निकालने में जुटे हैं। डेढ़ महीने से निर्माण कार्य रुका हुआ है। एफएनजी की राह में देव स्थान रोड़ा बने हुए थे। हाजीपुर गांव के किसानों के साथ प्राधिकरण की सुलह हो चुकी है। ग्रामीणों ने सेक्टर 100 व 104 में एक्सप्रेस वे के बीच आ रहे देव स्थान को दूसरी जगह स्थापित कर लिया है। रविवार को एक जगह मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा भी हो चुकी है। अब विवाद सेक्टर-168 स्थित छपरौली गांव में बना हुआ है। मौखिक रूप से किसान सहमत हैं, लेकिन लिखित समझौता होना बाकी है। किसान देव स्थान व आबादी के बाहर से एक्सप्रेस वे निकालने पर अड़े हैं। महिलाएं अधिक विरोध कर रही हैं। प्राधिकरण का

दुरुस्त होंगी सेक्टर-44 की सड़कें

नोएडा, संवाददाता : प्राधिकरण ने काफी समय से खस्ताहाल पड़ी सेक्टर 44 की सड़कों का कायाकल्प करने का निर्णय लिया है। जल्द ही मरम्मत कार्य शुरू कर दिया जाएगा। अनुरक्षण विभाग को री-कारपेटिंग करने के निर्देश दिए गए हैं। सोमवार को आरडब्ल्यूए का प्रतिनिधिमंडल उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी एनपी सिंह से मिला। सेक्टरवासियों ने उन्हें सेक्टर की समस्याएं गिनाई। आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों ने जल्द समस्याओं का समाधान कराने की मांग की। उन्होंने मुख्य रूप से सड़क और सीवर की समस्या बताई। डीसीईओ नागेंद्र प्रसाद सिंह ने बताया कि आरडब्ल्यूए की मांग पर सेक्टर 44 की सभी सड़कों की री-सरफेसिंग करवाई जाएगी। छह साल से सड़कों का जीर्णोद्वार नहीं किया गया है। री-कारपेटिंग पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च होंगे। सड़क के साथ सेक्टर के सभी फुटपाथ भी सही किए जाएंगे। काम शुरू किया जा चुका है। मरम्मत कार्य के टेंडर को स्वीकृति मिल चुकी है। सड़कों की मरम्मत में दो माह का वक्त लगेगा। लोगों ने सीवर की समस्या बताई थी। इससे निजात दिलाने के लिए जल्द ही वहां मशीन लगाकर सीवर साफ कराया जाएगा। उन्होंने कुछ समय पहले सेक्टर का दौरा किया था। उसी समय

DDA's Festive Offer: 15,000 Flats Scheme To Be Announced By Nov 15

Image
The Delhi Development Authority is getting set to announce a mega housing scheme under which 15,000 flats will be up for allotment, through the authority's usual lottery system, across various areas in the Capital. Sources in the DDA have confirmed to Newsline that the authority hopes to float the scheme no later than the second week of November. The authority, in August this year, had said it would announce the scheme before the Commonwealth Games in September. "We are working on the final modalities of the housing scheme, which will be announced by September," DDA vicechairman Ashok Rai had said. Officials in the authority said with attention completely focused on the Games, the DDA could not announce the scheme in September. However, with `watch and ward' or the maintenance costs rapidly piling on completed flats, the authority is keen to begin the process of allotting. Watch and ward costs entail hiring of security personnel to guard completed units to ensure

Water supply to be hit following closure of Ganga canal

Muzaffarnagar, Oct 18 (PTI) Water supply to parts of Delhi, Noida and Agra is likely to be affected following the closure of the Ganga canal for maintenance works, officials said here. Water supply to 19 districts of Uttar Pradesh, including Muzaffarnagar, Meerut, Bulandshar, Aligarh, Etah, Hathras, Firozabad, Mathura, Fatehpur and Kanpur, will also be disrupted due to which the farmers will face shortage of water for irrigation, they said. Alternative source of water like tubewells and pump sets can be used by farmers in these areas to meet their irrigation needs during the period, they said. The canal, which was closed last night, will reopen on November 1. Source: IBNLive.in

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी लॉन्च करेगी कमर्शल स्कीम

नए सेक्टर बसाने के साथ साथ अथॉरिटी अब इन सेक्टरों में मार्केट बनाने की प्लानिंग करने में जुट गई है। इससे न ए सेक्टरों में रहने वाले लोगों को जरूरत का सामान खरीदने के लिए इधर उधर नहीं भटकना पड़ेगा। इसके लिए ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी जल्द ही कमर्शल दुकानों की स्कीम लॉन्च करने जा रही है। ये दुकानें नए सेक्टर-1, 2 व 3 में होंगी। इसके अलावा पुराने सेक्टरों की मार्केट में बनी उन दुकानों का डेटा निकाला जा रहा है, जो आवंटित नहीं हुई हैं।   ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने नोएडा एक्सटेंशन के सेक्टर 1, 2 व 3 में बिल्डरों के लिए प्लांट आवंटित किए हैं। इन फ्लैटों का कंस्ट्रक्शन शुरू हो चुका है। अथॉरिटी ने भी करीब डेढ़ साल पहले प्लॉटों की स्कीम लॉन्च की थी। अब इन सेक्टरों में बसने वाले लोगों को जरूरत का सामान एक ही छत के नीचे मिल जाए इसके लिए अथॉरिटी दुकानों की स्कीम लाने की तैयारी कर रही है।   पुराने सेक्टर अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा, स्वर्णनगरी में बनी मार्केट में उन दुकानों को भी स्कीम में शामिल किया जाएगा, जिनको अलॉट नहीं किया गया है। स्कीम लाने के लिए अथॉरिटी का प्लानिंग विभाग तैयारी में लगा गया है।

नोएडा में बनेगा परिवहन विनियामक प्राधिकरण

अमित सिंह, नोएडा परिवहन व्यवस्था के दिन बहुरने की उम्मीद जग गई है। नोएडा को नए साल पर परिवहन विनियामक प्राधिकरण का तोहफा मिल सकता है। नोएडा प्राधिकरण ने प्रयास तेज कर दिए हैं। सार्वजनिक परिवहन सुविधा को उच्च दर्जे का बनाने के लिए दिल्ली व मुंबई की परिवहन व्यवस्था का अध्ययन किया जा रहा है। प्राधिकरण के निर्देश पर दो वरिष्ठ अधिवक्ता परिवहन व्यवस्था का ड्राफ्ट तैयार करने में जुटे हैं। सोमवार को उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह अधिवक्ताओं के साथ बैठक करेंगे। उनके द्वारा तैयार किए गए मसौदे में संशोधन किया जाएगा। नवंबर महीने के अंत या दिसंबर के शुरू में होने वाली बोर्ड बैठक में परिवहन विनियामक प्राधिकरण बनाने का प्रस्ताव लाया जाएगा। प्रस्ताव पास होने पर शासन को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी। लंबे समय से शहर की आंतरिक परिवहन व्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग की जा रही है। फिलहाल आंतरिक परिवहन के नाम पर लोगों को न के बराबर सुविधा मुहैया कराई जा रही है। लोगों को रोजाना ऑटो व रिक्शा चालकों की मनमानी या फिर डग्गामार बसों की धक्का-मुक्की का सामना करना

फिल्म सिटी से सेक्टर-18 का मार्ग दुरूस्त

नोएडा, संवाददाता : राष्ट्रमंडल खेल समाप्त होने के बावजूद शहर की सड़कों और फुटपाथ को सही करने का काम जारी है। शुक्रवार को प्राधिकरण ने फिल्म सिटी से सेक्टर 18 की तरफ जाने वाले मार्ग को दुरूस्त करने काम पूरा कर दिया। इसी मार्ग पर सेक्टर 18 से फिल्म सिटी तक की सड़क बननी अभी बाकी है। वरिष्ठ परियोजना अभियंता एके गोयल ने बताया कि अगले सप्ताह तक दूसरी तरफ की सड़क बनाने और फुटपाथ को सही करने का काम भी शुरू कर दिया जाएगा। करीब पांच सौ मीटर के मार्ग को सही करने और संवारने में एक करोड़ रुपये खर्च होंगे। एक माह में काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद बीच में पड़ने वाले पुल पर अक्सर लगने वाले जाम की समस्या कुछ हद तक कम हो जाएगी। ज्ञात हो कि पुल पर बॉटलनेक होने की वजह से अक्सर सुबह-शाम जाम जैसी स्थिति हो जाती है। वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हालांकि बॉटलनेक की मुख्य वजह सेक्टर 18 से फिल्म सिटी की तरफ उल्टी दिशा में आने वाले रिक्शा और वाहन हैं। इनके पुल पर पहुंचने से मार्ग और संकरा हो जाता है, जो जाम की बड़ी वजह है। उल्टी दिशा में आने वाले रिक्शा व वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बं

No Signal Point On Sector-37 Chowk

नोएडा या दिल्ली से ग्रेटर नोएडा और दादरी जाने वाले वाहन चालक जल्द ही बे रोक-टोक और कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। सेक्टर 37 चौराहे को सिग्नल फ्री करने के लिए ट्रैफिक जंक्शन का काम शुरू हो चुका है। परियोजना में 72 करोड़ रुपये की लागत से अंडरपास और फ्लाईओवर बनाया जाएगा। खास बात यह कि निर्माण कार्य के शुरुआती चरण में वाहन चालकों को मार्ग परिवर्तन जैसी समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा। इस मार्ग पर वाहनों का दबाव कम करने के लिए शशि चौक का आकार भी छोटा किया जाएगा। काफी संख्या में वाहन चालक सुबह-शाम सेक्टर 37 चौराहे का प्रयोग नोएडा से ग्रेटर नोएडा और महामाया फ्लाईओवर होकर दादरी, फेज दो व सूरजपुर की तरफ जाने के लिए करते हैं। इससे अक्सर यहां जाम लगता है। एक्सप्रेस-वे जरा देर के लिए बंद होने पर इस चौराहे पर वाहनों का दबाव कई गुना बढ़ जाता है। इससे वाहन चालकों को रोजाना भारी परेशानी होती है। इससे निजात दिलाने के लिए काफी समय से सेक्टर 37 चौराहे पर शहर का पहला ट्रैफिक जंक्शन बनाने की योजना थी। उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी (डीसीईओ) एनपी सिंह ने बताया कि ट्रैफिक जंक्शन के निर्माण के लिए मशीनें

No 'NOC' For NEW Link Road Project

एनएच-24 को मेरठ रोड तिराहे के पास एनएच-58 से जोड़ने के लिए बनने वाली नई लिंक रोड के करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को एक और झटका लगा है। नगर निगम ने इस प्रोजेक्ट के लिए एनओसी जारी नहीं की है। उधर, रेलवे ने जीडीए से कहा है कि अगर उसे नई लिंक रोड के लिए रेलवे के ट्रैक के ऊपर से आरओबी बनवाना है तो वह तुरंत 25 करोड़ रुपये रिलीज करे। जीडीए के चीफ इंजीनियर अनिल गर्ग का कहना है कि संभावना है कि जल्दी ही नगर निगम एनओसी जारी करेगा। जीडीए के चीफ इंजीनियर अनिल गर्ग के मुताबिक इस प्रोजेक्ट का डिजाइन एक प्राइवेट फर्म से तैयार कराया गया है। अब डिजाइन तैयार करने वाली प्राइवेट कंपनी को एलाइनमेंट का कार्य सौंपा गया है। मगर जीडीए अभी तक नगर निगम से एनओसी नहीं मिल पाई है। लिंक रोड की कुल लंबाई करीब चार किलोमीटर है। एनएच 58 तिराहे से बनने वाली यह लिंक रोड करीब एक किलोमीटर नगर निगम के साईं उपवन से होकर जाएगी। नगर निगम के साईं उपवन की करीब साढे़ बारह एकड़ जमीन इस रोड में यूज होगी। जीडीए से नगर निगम ने अपनी जमीन की कीमत करीब साढे़ बारह करोड़ रुपये की डिमांड की है। जीडीए के चीफ इंजीनियर अनिल गर्ग क

More Electricity For Delhi And NCR

India's leading power producer, NTPC Ltd on Monday commissioned the first unit of its 1,500- MW project in Jhajjar, Haryana to meet the energy needs of Delhi and the national capital region (NCR). NTPC has already commissioned two units of 490 MW each of its Dadri plant for the Games. " Both Jhajjar as well as the Dadri plant will be fully dedicated for power supply to Delhi and NCR later this year," an NTPC official told Mail Today. The official said that the power generation facility at the Jhajjar plant has been advanced to meet the power requirement for the Commonwealth Games (CWG). These plants are expected to meet the power requirements of Delhi and NCR (it comprises regions adjoining the capital like Ghaziabad, Noida, Greater Noida, Faridabad, Gurgaon and Bahadurgarh). The 500- MW plant of the Indira Gandhi Super Thermal Power Project went on stream at Jharli village in Jhajjar district. The unit was synchronised with the grid at around 11.30 pm last night, NT