नोएडा में बनेगा परिवहन विनियामक प्राधिकरण

अमित सिंह, नोएडा
परिवहन व्यवस्था के दिन बहुरने की उम्मीद जग गई है। नोएडा को नए साल पर परिवहन विनियामक प्राधिकरण का तोहफा मिल सकता है। नोएडा प्राधिकरण ने प्रयास तेज कर दिए हैं। सार्वजनिक परिवहन सुविधा को उच्च दर्जे का बनाने के लिए दिल्ली व मुंबई की परिवहन व्यवस्था का अध्ययन किया जा रहा है। प्राधिकरण के निर्देश पर दो वरिष्ठ अधिवक्ता परिवहन व्यवस्था का ड्राफ्ट तैयार करने में जुटे हैं। सोमवार को उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह अधिवक्ताओं के साथ बैठक करेंगे। उनके द्वारा तैयार किए गए मसौदे में संशोधन किया जाएगा। नवंबर महीने के अंत या दिसंबर के शुरू में होने वाली बोर्ड बैठक में परिवहन विनियामक प्राधिकरण बनाने का प्रस्ताव लाया जाएगा। प्रस्ताव पास होने पर शासन को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।

लंबे समय से शहर की आंतरिक परिवहन व्यवस्था को दुरूस्त करने की मांग की जा रही है। फिलहाल आंतरिक परिवहन के नाम पर लोगों को न के बराबर सुविधा मुहैया कराई जा रही है। लोगों को रोजाना ऑटो व रिक्शा चालकों की मनमानी या फिर डग्गामार बसों की धक्का-मुक्की का सामना करना पड़ता है। कैब में लिफ्ट लेकर लूटपाट की घटनाएं भी शहर में आए दिन होती रहती हैं। रोडवेज की सिटी बस सेवा पहले ही दम तोड़ चुकी है। यातायात व्यवस्था दुरूस्त करने के लिए कुछ समय पहले मुख्य मार्गों पर टेंपो व रिक्शा को प्रतिबंधित किया गया था, जो सफल नहीं रहा।
उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी (डीसीईओ) एनपी सिंह का कहना है कि परिवहन विनियामक प्राधिकरण अध्ययन करेगा कि कहां रिक्शा चलाने की आवश्यकता है और कहां ऑटो व बस। इनकी क्षमता भी निर्धारित होगी। दिल्ली की तर्ज पर निजी बस संचालकों को आंतरिक परिवहन व्यवस्था में शामिल करने की योजना है। औद्योगिक एक्ट के तहत लागू की जा रही योजना एनसीआर में पहली बार शुरू होगी। दिल्ली में आंतरिक परिवहन के लिए नियम व शर्ते तो हैं, लेकिन इसे लागू कराने के लिए अलग से कोई प्राधिकरण नहीं है। नोएडा में इसके गठन के लिए अधिवक्ता नियम व शर्तों का ड्राफ्ट तैयार कर रहे हैं। सोमवार को अधिवक्ताओं के साथ बैठक कर ड्राफ्ट में संशोधन पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्य उद्देश्य लोगों को बेहतर आंतरिक परिवहन व्यवस्था उपलब्ध कराना है, ताकि लोग निजी वाहन की जगह सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें।

ग्रेटर नोएडा में भी लागू हो सकती है योजना
डीसीईओ एनपी सिंह ने बताया कि नोएडा में योजना के सफल रहने पर ग्रेटर नोएडा में भी व्यवस्था लागू की जाएगी। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों से वार्ता हो चुकी है। ग्रेनो में परिवहन व्यवस्था के हालात नोएडा से भी बदतर हैं